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नवीनतम अपडेट का समय: 21 August 2017 11:28:07 AM |
श्री कृष्ण भजन :: ॥ तेरी बंशी की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम ॥ (शीर्षक गीत) - (स्वर :: जसप्रीत कौर) Posted By :: RajKumar Deshmukh (Editor)॥ तेरी बंशी की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम ॥---(१), (१)
॥ अलबेले श्याम मेरे मतवाले श्याम ॥--(१), (१)
॥ तेरी बंशी की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम ॥--(१), (१)
(1). ॥ भूल गई घरबार तेरी लगन में ॥--(१), (१)
॥ पागल बनी मैं डोलूँ, बृज की गलिन में ॥--(१), (१)
॥ मेरी साँसों की माला तेरे नाम, मेरे अलबेले श्याम ॥
॥ तेरी बंशी की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम ॥---(२)
(2). ॥ जब से लड़ी निगोड़ी, तेरे संग अँखियाँ ॥---(१), (१)
॥ चैन नहिं दिन मेंकाँटू रो-रो के रतियाँ ॥--(१), (१)
॥ तुने कैसा दिया ये इनाम, मेरे अलबेले श्याम ॥
॥ तेरी बंशी की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम ॥---(२)
(3). ॥ आऊँगी मिलन को तुमसे, कर के बहाऩे ॥--(१), (१)
॥ सांस रुठी, जेठानी मारे सौ-सौ ताऩे॥--(१), (१)
॥ हुई घर-घर में, मैं तो बदनाम, मेरे अलबेले श्याम ॥
॥ तेरी बंशी की मैं हुँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम ॥
(4). ॥ सांवरे सलोने मानो विनती हमारी ॥---(१), (१)
॥ कर दो कृपा, मैं हूँ दासी तुम्हारी ॥--(१), (१)
॥ तेरी सेवा करुँ आठो याम, मेरे अलबेले श्याम ॥
॥ तेरी बंशी की मैं हूँ गुलाम, मेरे अरबेले श्याम ॥
॥ तेरी बंशी की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम ॥
तेरी बंशी की मैं हुँ, गुलाम, मेरे अलबेले श्याम ॥
तेरी बंशी की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम ॥