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नवीनतम अपडेट का समय: 27 August 2017 11:49:26 AM |
॥ हे, श्याम तेरी बंशी, पागल कर जाती हैं ॥--(१), (१)
॥ मुस्कान तेरी मीठी, घायल कर जाती है ॥--(१), (१)
॥ श्याम तेरी बंशी पागल कर जाती हैं ॥--(१), (१)
॥ मुस्कान तेरी मीठी, घायल कर जाती हैं ॥
(1). ॥ सोने की होती तो, क्या करती ये बंशी ॥--(१), (१)
॥ जब बाँस की होकर के ।--(२), इतना तड़पाती हैं ॥
॥ हे श्याम तेरी बंशी, पागल कर जाती हैं ॥
॥ मुस्कान तेरी मीठी, घायल कर जाती हैं ॥
॥ श्याम तेरी बंशी पागल कर जाती हैं ॥
(2). ॥ गौएं भी चराते हो, गीता भी सुनाते हो ॥--(१), (१)
॥ हे श्याम तेरी बंशी पागल कर जाती हैं ॥
॥ मुस्कान तेरी मीठी, घायल कर जाती हैं ॥
॥ श्याम तेरी बंशी पागल कर जाती हैं ॥
(3). ॥ सोते को जगाते हो, रोते को हँसाते हो ॥--(१), (१)
॥ रुठों को मनाने की ।--(२), कला तुमको आती हैं ॥
॥ हे श्याम तेरी बंशी पागल कर जाती हैं ॥
॥ मुस्कान तेरी मीठी घायल कर जाती हैं ॥
॥ श्याम तेरी बंशी पागल कर जाती हैं ॥
(4). ॥ यदि गोरे होते तो, क्या करते जोगेश्वर ॥--(१), (१)
॥ जब काले रंग पर ही ।--(२), दूनिया मर जाती हैं ॥
॥ हे श्याम तेरी बंशी पागल कर जाती हैं ॥
॥ मुस्कान तेरी मीठी घायल कर जाती हैं ॥
॥ हे श्याम तेरी बंशी पागल कर जाती हैं ॥
॥ मुस्कान तेरी मीठी घायल कर जाती हैं ॥
॥ हे श्याम तेरी बंशी पागल कर जाती हैं ॥
॥ मुस्कान तेरी मीठी घायल कर जाती हैं ॥
, On 27-08-2017, Sunday. @ Morning @ 11:46 AM (GMT+5:30) India Time Zone.